इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग क्या है? | Dofollow Social Bookmarking Sites 2016
Facing issue in account approval? email us at info@ipt.pw

Click to Ckeck Our - FREE SEO TOOLS

Ads Listing ALL
1
इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO) एक वित्तीय प्रक्रिया है जिसमें एक प्राइवेट कंपनी अपने स्टॉक को प्राइवेट स्वामित्व से सार्वजनिक स्वामित्व में बदलती है। यह प्रक्रिया कंपनी के शेयरों को सार्वजनिक बाजार में लाने का एक तरीका है, जिससे उसका स्टॉक वित्तीय बाजारों में ट्रेड किया जा सकता है।

यह प्रक्रिया कुछ चरणों में संपन्न होती है:

पूर्व-आधारिक काम (Pre-IPO Activities): यह चरण कंपनी के द्वारा पूर्व-आधारिक तैयारी का है। इसमें कंपनी अपने वित्तीय और कानूनी दस्तावेज़ों की साफ-सुथरी करती है, वित्तीय नियंत्रण और अनुसंधान कार्यक्रमों को संभालती है, और बाजार संचारन की योजना बनाती है।

आवेदन की प्रक्रिया (Application Process): इस चरण में, कंपनी एक IPO के लिए सेक्यूरिटीज़ और एक्सचेंज कमीशन (SEC) और अन्य प्राधिकरणों को एक आवेदन प्रस्तुत करती है। यह आवेदन वित्तीय और व्यावसायिक जानकारी के साथ आता है।

मार्केटिंग और प्रसारण (Marketing and Promotion): IPO की घोषणा के बाद, कंपनी अपने शेयरों के बारे में जानकारी को सार्वजनिक बाजार में प्रसारित करती है। इसका उद्देश्य बाजार में रुचि पैदा करना और संभावित निवेशकों को आकर्षित करना होता है।

ग्रीनशू का संपादन (Underwriting Process): IPO के लिए एक या अधिक वित्तीय संस्थाएं (ग्रीनशू) कंपनी को अपने शेयरों को बेचने में मदद करती हैं। ग्रीनशू कंपनी के लिए निर्धारित मूल्य के साथ शेयरों को खरीदती है और फिर बाजार में उन्हें बेचती है।

खुलने की प्रक्रिया (Opening Process): IPO के दिन, कंपनी के शेयर बाजार में उपलब्ध होते हैं और लोग उन्हें खरीदने के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस दौरान, शेयर की मूल्य निर्धारित होती है और लोगों को उनकी मांग के हिसाब से शेयर मिलते हैं।

प्राइसिंग और अनुबंधित कार्यवाही (Pricing and Settlement): IPO के बाद, शेयरों की कीमत और वित्तीय व्यवहार निर्धारित किए जाते हैं। फिर, संबंधित दस्तावेज़ का निपटान किया जाता है और निवेशकों को उनके खरीदे गए शेयरों के लिए भुगतान किया जाता है।

Comments

Who Upvoted this Story